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वे विद्यार्थी जो UPPCS की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए हम इस पोस्ट में UPPCS Prelims 2024 Test Series ( 1 ) Free Download सीरीज लेकर आए हैं ताकि अपने मुख्य परीक्षा से पहले वह इन टेस्ट सीरीज के माध्यम से प्रैक्टिस कर सके इसमें आपको प्रश्नों के साथ व्याख्या सहित उत्तर पढ़ने के लिए मिलेगा जिससे आप नए-नए प्रश्नों के साथ अभ्यास कर सकते हैं

उत्तर प्रदेश सिविल सर्विस ( UPPCS Prelims test Series 2024 ) परीक्षा के लिए आप इन टेस्ट सीरीज को पीडीएफ फॉर्मेट में हिंदी भाषा में निशुल्क डाउनलोड कर सकते हैं जिसका लिंक आपको इस पोस्ट के अंत में मिलेगा

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UPPCS Prelims 2024 Test Series ( 1 ) Free Download

प्रश्न 1. ‘प्रागैतिहासिक काल’ के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :

1. इतिहास का वह भाग जिसके अध्ययन हेतु केवल पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं, ‘प्रागैतिहासिक काल’ कहलाता है।

2. इसके अध्ययन हेतु पुरातात्विक एवं साहित्यिक दोनों प्रकार के साक्ष्य उपलब्ध हैं, परंतु पुरातात्विक साक्ष्यों का ही उपयोग हो पाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है ?

(b) केवल 2

(c) 1 और 2 दोनों

(d) न तो 1, न ही 2

व्याख्या –

  • प्रागैतिहासिक काल: ( मानव इतिहास के प्रारम्भ से लगभग 3000 ई. पू. तक का काल ) इतिहास का वह भाग जिसके अध्ययन हेतु केवल पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं, ‘प्रागैतिहासिक काल’ कहलाता है।
  • आद्य ऐतिहासिक काल : ( 3000 ई.पू. से 600 ई.पू. तक ) सिंधु एवं वैदिक सभ्यता इस काल से संबंधित है। इसके अध्ययन हेतु पुरातात्विक एवं साहित्यिक दोनों प्रकार के साक्ष्य उपलब्ध हैं, परंतु पुरातात्विक साक्ष्यों का ही उपयोग हो पाता है। वैदिक साहित्य इसका अपवाद है।
  • ऐतिहासिक काल – ( 600 ई.पू. के पश्चात् का काल ) इस काल के अध्ययन हेतु पुरातात्विक, साहित्यिक तथा विदेशियों के वर्णन, तीनों प्रकार के साक्ष्य उपलब्ध हैं।

प्रश्न 2. निम्नलिखित में से किसे ‘भारतीय प्रागैतिहास के पिता’ कहा जाता है ?

(a) विल्सन

(b) पैटरसन

(c) डी. टेरा

व्याख्या –

  • भारत में पाषाणकालीन संस्कृति का अनुसंधान सर्वप्रथम 1863 ई. में प्रारंभ हुआ जब राबर्ट ब्रूस फुट’ ने, जो ‘भारतीय प्रागैतिहास के पिता’ कहे जाते है, मद्रास के निकट पल्लवरम् नामक स्थान से पुरापाषाण काल के एक हस्त-कुठार की खोज की।
  • उन्नीसवीं शताब्दी के अंत तक मद्रास (वर्तमान चेन्नई), बंबई (वर्तमान मुंबई), मध्य प्रदेश, उड़ीसा, बिहार और उत्तर प्रदेश के स्थलों तथा मैसूर, हैदराबाद, रीवा, तलचर आदि से भी प्रागैतिहासिक संस्कृति के अनेक स्थल प्रकाश में आये।
  • 1935 ई. में डी. टेरा एवं पैटरसन के निर्देशन में येल कैब्रिज अभियान दल ने शिवालिक की पोतवार के पठारी भाग का सर्वेक्षण किया और वहाँ कई पुरा पाषाणकालीन उपकरण प्राप्त किये।

प्रश्न 3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :

1. पृथ्वी की उत्पत्ति लगभग 100 अरब वर्ष प्राचीन मानी जाती है।

2. प्रागैतिहासिक काल को वैज्ञानिक शब्दावली में प्लाइस्टोसीन (अभिनूतन युग) कहा गया है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है ?

(a) केवल 1

(c) 1 और 2 दोनों

(d) न तो 1, न ही 2

व्याख्या –

  • पृथ्वी की उत्पत्ति 4 अरब वर्ष प्राचीन मानी जाती है। जीवों की उत्पत्ति बहुत बाद में मानी गई है तथा मानव की उत्पत्ति इस पृथ्वी पर लगभग 20 लाख वर्ष पूर्व मानी जाती है। ज्ञानी मानव (होमोसैपियंस) का प्रवेश इस धरती पर आज से लगभग 30 या 40 हजार वर्ष पूर्व हुआ।
  • आदि काल (प्रागैतिहासिक काल) को वैज्ञानिक शब्दावली में प्लाइस्टोसीन (अभिनूतन युग) कहा गया है।
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अंतिम शब्द

UPPCS Prelims 2024 की तैयारी करने वाले विद्यार्थी सीरीज में शामिल प्रश्नों को जरुर पढ़ ले प्रत्येक टेस्ट सीरीज में 150 प्रश्न दिए हुए हैं एवं उत्तर के साथ-साथ आपको प्रश्न की व्याख्या भी पढ़ने के लिए मिलती है