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Major fairs and festivals of India : बहुत बार आपने देखा होगा कि पेपर में भारत के प्रमुख मेले एवं महोत्सव से संबंधित प्रश्न पूछा जाता है चाहे आप किसी भी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो आपको भारत में लगने वाले मेलों एवं प्रमुख महोत्सव के बारे में जरूर पता होना चाहिए अगर आपको नहीं पता तो इस पोस्ट को आप अच्छे से जरूर पढ़ें इसमें हमने आपको शानदार नोट्स उपलब्ध करवाने की कोशिश की है

भारत में अनेक मेले लगते हैं जो संपूर्ण भारत में बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है एवं कुछ ऐसी महोत्सव जो भारत वर्ष में धूमधाम से मनाए जाते हैं इन सभी के बारे में आज हम सरल एवं आसान भाषा में पढ़ेंगे ताकि आप इन्हें अच्छे से याद कर सके

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भारत के प्रमुख मेले एवं महोत्सव

1. कुम्भ मेला

–  कुम्भ का अर्थ है घड़ा। अर्थात् ‘पवित्र घड़े का त्योहार’

–  कुम्भ मेला भारत में चार स्थानों पर आयोजित होता है, हर 3 वर्ष बाद नए स्थान में यह नदी के तट पर आयोजित होता है।

–  कुम्भ मेला हरिद्वार (उतराखण्ड), प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) नासिक (महाराष्ट्र) व उज्जैन (मध्य प्रदेश) शहरों में आयोजित होता है।

2. सोनपुर मेला

–  गंगा और गंडक नदियों के संगम पर एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला।

–  यह बिहार के सोनपुर में भरता है।

–  प्रत्येक वर्ष कार्तिक (अक्टूम्बर-नवम्बर) महीने में 30 दिनों तक यह मेला चलता है।

3. पुष्कर मेला

–  यह मेला राजस्थान के अजमेर जिले के पुष्कर झील के किनारे आयोजित होता है।

–  यह मेला कार्तिक माह (नवम्बर) में 15 दिनों तक लगता है यहाँ ऊँट, बैल अन्य पशुधन का क्रय-विक्रय किया जाता है।

4. कपिल मुनि मेला

–  राजस्थान के बीकानेर में कार्तिक पूर्णिमा (नवम्बर) को लगने वाला मेला दीपदान के लिए प्रसिद्ध है। 

–  यह मेला बीकानेर के कोलायत झील के किनारे आयोजित होता है।

5. अंबुबाची मेला

–  असम के गुहावाटी में स्थित कामाख्या मंदिर में इस मेले का आयोजन होता है।

–  अंबुबाची मेला आषाढ़ (जून) माह में 4 दिनों के लिए आयोजित होता है।

6. गंगासागर मेला

–  पश्चिम बंगाल के दक्षिण परगना में गंगा नदी के किनारे यह मेला लगता है।

–  इस मेले की मान्यता है कि 14 जनवरी (मकर संक्रांति) के शुभ अवसर पर स्नान करने से 100 अश्वमेध यज्ञ करने के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है।  

7. सूरजकुण्ड मेला

–  हरियाणा के फरीदाबाद में मनाया जाने वाला सूरजकुण्ड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेला फरवरी माह में अयोजित होता है।

8. माधवपुर मेला

–  माधवपुर मेला गुजरात के पोरबन्दर जिले के माधवपुर गाँव में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक जीवंत सांस्कृतिक मेला है।

–  यह मेला भगवान कृष्ण और रूक्मणी के विवाह का उत्सव है।

9. जोनबील मेला

–  जोनबील मेला एक सदी पुराना सांस्कृतिक मेला है जो भारत के असम राज्य में मोरी गाँव में आयोजित होता है।

–  जोनबील मेला एक ऐसा बाजार है जहाँ सामान बेचा नहीं जाता बल्कि सिर्फ आदान-प्रदान किया जाता है जहाँ सदियों पुरानी वस्तु विनिमय व्यापार प्रणाली अपनाई जाती है।

–  यह मेला असमिया कैलेण्डर के ‘माघ’ (मध्य जनवरी) महीने में आयोजित किया जाता है।

1. शिग्मो महोत्सव

–  कोंकणी भाषा में होली के त्योहार को शिग्मो कहा जाता है।

–  हिन्दू समुदाय का प्रमुख महोत्सव शिग्मो/शिशिरोत्सव भारतीय राज्य गोवा में मनाया जाने वाला एक बसंत महोत्सव है।

2. मांडू महोत्सव

–  यह महोत्सव मध्य प्रदेश के मांडू शहर में मनाया जाता है।

–   इस महोत्सव का उद्देश्य मांडू शहर की मिश्रित ऐतिहासिक धरोहरों और संस्कृति को आधुनिक जीवंतता प्रदान करना है।

3. निमाड़ी मिर्च महोत्सव

–  इस महोत्सव का आयोजन मध्य प्रदेश के खरगौन जिले के कसरावद में किया जाता है।

4. काला घोड़ा आट्‌र्स महोत्सव   

–  महाराष्ट्र के मुम्बई में आयोजित होने वाला काला घोड़ा आट्‌र्स महोत्सव प्रतिवर्ष जनवरी-फरवरी माह में एक सप्ताह तक मनाया जाता है।

–  इस महोत्सव को महाराष्ट्र में एक ऐसी जगह पर आयोजित किया जाता है जहाँ काले घोड़े की मूर्ति लगी है।

5. थाईपुसम महोत्सव

–  थाईपुसम महोत्सव तमिलनाडु राज्य में तमिल समुदाय द्वारा मनाया जाता है।

–  इस महोत्सव में भगवान मुरुगन की पूजा की जाती है

–  यह महोत्सव प्रतिवर्ष जनवरी-फरवरी को मनाया जाता है।

6. हार्नबिल महोत्सव

–  इस उत्सव का आयोजन 1 दिसम्बर को नागालैण्ड के स्थापना दिवस पर किया जाता है।

7. मकर विलक्कू महोत्सव

–  मकर विलक्कू केरल के सबरीमाला अयप्पा मंदिर में मकर संक्रांति पर आयोजित एक वार्षिक महोत्सव है। इस दिन भगवान अयप्पा की केरल सहित पूरे दक्षिण भारत में विशेष पूजा अर्चना की जाती है।

8. वांचुवा महोत्सव

–  वांचुआ महोत्सव असम राज्य में तिवा जनजाति द्वारा अपनी अच्छी फसल की कामना के लिए इस महोत्सव को मनाते हैं।

9. फ्लेमिंगो महोत्सव

–  यह महोत्सव प्रतिवर्ष आन्ध्र प्रदेश में नेल्लोर जिले में पुलीकट झील पक्षी अभयारण्य के पास सुल्लूरपेटा में मनाया जाता है।

10. बथुकम्मा महोत्सव

–   बथुकम्मा महोत्सव भारत के तेलंगाना राज्य में महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक क्षेत्रीय महोत्सव है।

–  तेलुगू में बथुकम्मा का अर्थ– “देवी माँ जिन्दा है।” इस बथुकम्मा को महागौरी के रूप में पूजा जाता है।

11. कलपथी रथ महोत्सव

–  कलपथी रथ महोत्सव दक्षिण भारत के केरल राज्य में पलक्कड़ जिले के कलपथी गाँव में एक वार्षिक हिन्दू महोत्सव है इसका आयोजन श्री विशालाश्री समेथा श्री विश्वनाथ स्वामी मन्दिर में किया जाता है।

12. जल्लीकट्टू महोत्सव

–  जल्लीकट्टू महोत्सव तमिलनाडु के ग्रामीण इलाकों का एक परम्परागत खेल है।

–  यह महोत्सव 2000 वर्ष पुराना जिसमें बैलों से इंसानों की लड़ाई करवाई जाती है।

–  यह जनवरी के माह में मनाया जाता है।

13.    नुआखाई महोत्सव

–       नुआखाई महोत्सव भारत में मुख्य रूप से ओडिशा व छत्तीसगढ़ में मनाया जाना वाला एक कृषि महोत्सव है।

–       इस महोत्सव को गणेश चतुर्थी के एक दिन बाद भाद्रपद शुक्ल पंचमी को मनाया जाता है।

14. धनु यात्रा महोत्सव

–   धनुयात्रा महोत्सव एक नाटक आधारित ओपन एयर नाट्य प्रदर्शन है,जो ओडिशा के बारगढ में पौष (दिसम्बर-जनवरी) माह में मनाया जाता है।

–  यह महोत्सव दुनिया का सबसे बड़ा ओपन एयर थिएटर है।  

राज्यत्योहार, महोत्सव व मेले
उत्तर प्रदेशकजली महोत्सव, श्रावणी मेला, कालिंजर महोत्सव नौचन्दी, बटेश्वर ढाई घाट, शाकम्भरी देवी उत्सव।
असमदेहिंग पटकाई, बैखो, मी-डैम-मी-फी, दम-मे फी, अली आये लिगांग
छत्तीसगढ़हरेली, मड़ई, छेर छेरा, मेघनाद पर्व, भोजली, पोला
अरुणाचल प्रदेशसोलुंग उत्सव, ड्री उत्सव, मोपिन, सांगकेन, सोलंग। 
नागालैंडआंगमोंग, मोत्सू, त्सोकुम समाई, सेकरेन्यी
झारखण्डफगुआ, चंडी पर्व, सोहराय, टुसू, भगत परब, जावा
त्रिपुराखर्ची पूजा उत्सव, केर उत्सव, गरिया पूजा
कर्नाटकहम्पी महोत्सव, कंबाला, करगा, कैलपोध, उगादी, कावेरी सक्रांति
हरियाणापिंजौर हेरिटेज, गुग्गानवमी।
गुजरातमोढेरा उत्सव, पैराग्लाईडिंग उत्सव, पतंग महोत्सव, रण उत्सव, तरणेतर मेला, उतरायण का त्योहार  
गोवासेंट फ्रांसिस जेवियर पर्व, बोनडरम, भोजली, साओ जोआओ महोत्सव, फीस्ट ऑफ थ्री किंग्स
आंध्रप्रदेशउगादी
मध्यप्रदेशघड़ल्या, भगोरिया हाट।
केरलविशु, त्रिशूर पूरम, वल्लम काली बोट रेस (पुन्नमदा झील), थेय्यम, अरट्टू, अट्टूकल, अर्थकल, वेटुकट, सुन्दरेश्वर उत्सव।
सिक्किमसागा दावा, सोनम लोसांग, येन्या, लोसर, सकेवा, बुमचू।
मेघालयनोंगक्रम, बेहदीनखलम, चेरी ब्लॉसम
हिमाचल प्रदेशहालड़ा, साजो, नलवाडी, गोची, मिंजर मेला।
मणिपुरयाओ सांग, लाइ-हरोबा (मेरी मेकिंग ऑफ द गाइस), कांग रथ यात्रा, चेरी ब्लॉसम, चुमका, चेरोबा, योशांग ।
ओडिशाधानुजात्रा (दुनिया का सबसे बड़ा खुला रंगमंच), राजा परबा, बालीयात्रा, कोणार्क महोत्सव, मिट्टी कला महोत्सव, बाली तृतीय, इको रिट्रीट, नवकलेबर।
पंजाबहोला मोहल्ला, गुरुपर्व, तिजन
राजस्थानगणगौर उत्सव, बूंदी उत्सव, चंद्रभागा उत्सव, मत्स्य उत्सव।
तेलंगानाबोनालु, मेदराम जात्रा, अलाई बलाइ, तेलंगाना दशहरा
पश्चिम बंगालनबो बोरशो, जगधात्री पूजा, डोल जात्रा, पोइला बैसाख, तीस्ता चाय महोत्सव।
तमिलनाडुथिमिथि, वालविल ओरि विजा, कथुंरी उत्सव
उत्तराखण्डफूल देई, हरेला, घी महोत्सव
बिहारछठ पूजा, साम-चकेवा, बिहूला, करमा
मिजोरममीम कुट, थाल फवांग कुट, एंथ्यूरियम, पावल कुट।
महाराष्ट्रविठोबा, नारली पूर्णिमा, पोला, एलिफेंटा महोत्सव, बाणगंगा उत्सव।
दिल्ली महोत्सवड्रोन महोत्सव, बसंत उत्सव, हैप्पीनेस उत्सव
लद्दाखलोसर महोत्सव, हैमिस त्सु, कोरजोक, डास्मोचे उत्सव
जम्मू कश्मीरट्यूलिप महोत्सव, शिकारा महोत्सव, खीर भवानी उत्सव

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अंतिम शब्द

उम्मीद करते हैं इस पोस्ट में हमने आपको बेहतर नोट्स उपलब्ध करवाने की कोशिश की है एवं आपको यह आपकी तैयारी में जरूर काम आएंगे भारत के प्रमुख मेले एवं महोत्सव – Classroom Notes से संबंधित हमने लगभग सभी जानकारी बेहतर तरीके से बताया है ताकि आप इसे कम समय में अच्छे से याद कर सके