Share With Friends

सामान्य विज्ञान एक ऐसा विषय है जिस से संबंधित प्रश्न लगभग सभी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं इसलिए आज हम आपको CClass 11 biology ncert solutions : मानव श्वसन तंत्र ( Respiratory System ) नोट्स  लेकर आए हैं जो सभी परीक्षाओं में आपको काम आएंगे ऐसे बहुत शायद ही आपको गूगल पर निशुल्क देखने को मिलेंगे हम आपके लिए ऐसे ही Bio Class 11 Ncert General Science विषय के के नोट्स टॉपिक अनुसार उपलब्ध करवाते रहेंगे

सामान्य विज्ञान के जितने भी टॉपिक महत्वपूर्ण है उन सभी के नोट्स ऐसे ही इसी वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे इसलिए अगर आपको यह नोट्स अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now
Join whatsapp Group

Class 11 biology ncert solutions : मानव श्वसन तंत्र

श्वसन तंत्र [Respiratory System]

● सजीव पोषक तत्वों जैसे– ग्लूकोज के लिए ऑक्सीजन (O2) का परोक्ष रूप में उपयोग करते है, जिससे विभिन्न क्रियाओं को संपादित करने के लिए आवश्यक ऊर्जा प्राप्त होती है।

● वायुमण्डलीय O2 और कोशिकाओं में उत्पन्न CO2 के आदान-प्रदान (विनिमय) की इस प्रक्रिया को संवातन (Breathing) सामान्यतया श्वसन (Respiration) कहते है।

श्वसन के अंग

श्वसन अंगउदाहरण
शरीर की सतहस्पंज, सीलेन्टरेट, चपटे कृमि
आर्द्र क्यूटिकल (त्वचा)केंचुए, मेंढक
श्वसन नलिकाएकीट
गिल्सजलीय आर्थोंपोड, मोलस्क, मछली
फेफड़ेसरीसृप, पक्षी, स्तनधारी

मानव श्वसन तंत्र

● ग्रसनी/Pharynx भोजन एवं श्वसन पथ का संगम बिंदु है।

● ग्रसनी के अगले भाग पर लेरिंक्स/Larynx उपस्थित, जिसमें कई उपास्थियों एवं स्वर यंत्र पाए जाते हैं, जो ध्वनि उत्पन्न करती है।

● पक्षियों में ध्वनि उत्पादन Syrinx/सिरिंक्स से होता है।

● श्वासनली/Trachea में ‘C’ आकार के उपास्थि से बने वलय/Rings पाए जाते हैं, जो कि इस श्वासनली को पिचकने से बचाते हैं।

● श्वासनली फेफड़ों में प्रवेश कर प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक श्वसनी में बँट जाती है।

नोट:– भोजन को निगलते समय elastic उपास्थि से निर्मित epiglottis ट्रेकिया को बंद कर देता है। जिस कारण भोजन वायु मार्ग से नहीं आ पाता है।

● फेफड़े द्विस्तरीय फुफ्फुसावरण (pleure) से ढके रहते हैं और जिनके बीच फुफ्फुसावरणी द्रव भरा होता है। जो फेफड़े की सतह पर घर्षण कम करता है।

● फेफड़ों में तृतीयक और विभाजित होकर पतली-पतली श्वसनलिकाओं/Bronchioles में बँट जाती है।

● श्वसनलिकाओं/Bronchioles के अंतिम सिरों पर कूपिकाएँ (Alveoli) होती हैं, जो हमारे फेफड़ों (Lungs) की क्रियात्मक व संरचनात्मक इकाई हैं।

नोट:– श्वसनी श्वसनिकाओं और कूपिकाओं का शाखित जाल फेफड़े की रचना करते हैं।

● वयस्क मानव में श्वसन की सामान्य दर 12-16 बार/मिनट होती हैं।

● इन कूपिकाओं की सतह से रक्त के साथ O2 व CO2 का गैसीय विनिमय होता है तथा परिवहन रक्त द्वारा होता है।

● लगभग 30 करोड़ कूपिकाएँ हमारे फेफड़ों में पाई जाती हैं।

● दोनों फेफड़ों में लगभग 300 मिलियन Alveoli उपस्थित होते हैं, जिनका आंतरिक क्षेत्रफल लगभग 100 मीटर2 होता है। इनकी भित्ति की बाहरी परत पीत तंतुमय संयोजी ऊतक की बनी होती है।

● श्वसन आयतन और क्षमताओं का मापन स्पाइरोमीटर से करते है।

श्वसन पथ का मार्ग

● नासाद्वार → नासा कक्ष → ग्रसनी → कंठ → श्वासनाल → श्वसनी → प्राथमिक → द्वितीयक → तृतीयक → प्रारंभिक → श्वसनिका → कूपिकाएँ

● वयस्क मानव में श्वसन की सामान्य दर 12-16 बार/मिनट होती है

नोट:–  ऑक्सीजन (O2) हीमाग्लोबिन से क्रिया करके ऑक्सीहीमोग्लोबिन का निर्माण करता है।

O2           +Hb         →            Hb O2

हीमोग्लोबिन

● यह एक लौहयुक्त प्रोटीन है, जिसका निर्माण लौहयुक्त वर्णक (Pigment) हीम तथा ग्लोबिन (Globin) प्रोटीन के द्वारा होता है।

● एक स्वस्थ मनुष्य के रक्त में हीमोग्लोबिन (Hb) की औसत मात्रा 15 ग्राम प्रति से 100 मिली. होती है।

● हीमोग्लोबिन (Hb) का रंग बैंगनी (Violet) होता है।

श्वसन तन्त्र में वायु का प्रवाह

[Movement of air though respiratory system]

● नासामार्ग – ग्रसनी (गला) – कण्ठ – श्वासनाल – श्वसनी – वायुकोष्ठक – रुधिर केशनलिका – ऊतक

श्वसन की क्रिया [Mechanism of Respiration] 

● श्वसन तीन मुख्य चरणों में होता है– श्वास क्रिया, गैसों का विनिमय तथा गैसों का परिवहन।

● श्वास क्रिया में O2 का अंत:करण तथा CO2 का बहि:करण होता है। गैसीय विनिमय से वायुकोष्ठों विनिमय का प्राथमिक स्थान) तथा रुधिर के बीच आंशिक दाब के कारण गैस का आदान-प्रदान होता है।

● गैसीय विनिमय के दाब O2 तथा CO2 विभिन्न अवस्थाओं में अपने तय स्थान तक जाती है। O2 3% घुली अवस्था में तथा 97% ऑक्सीहीमोग्लोबिन अवस्था में विभिन्न ऊतकों तक जाती हैँ CO2 7% घुली अवस्था से, 70% बाइकार्बोनेट तथा 23% कार्बामिनोहीमोग्लोबिन की अवस्था में फेफड़ों तक जाती है।

कोशिकीय श्वसन [Cellular Respiration]

● कोशिकीय ऑक्सीकरण की प्रक्रिया को कोशिकीय श्वसन कहते हैं। इसमें ग्लूकोज रासायनिक ऑक्सीकरण होता है जिससे ऊर्जा, CO2 जल प्राप्त होते हैं। यह विधि एन्जाइमों, हॉर्मोन्स एवं सहएन्जाइमों आदि द्वारा नियंत्रित अनेक रासायनिक अभिक्रियाओं की एक जटिल शृंखला होती है।

Download Complete Notes PDF….

Click & Download Pdf

अगर आपकी जिद है सरकारी नौकरी पाने की तो हमारे व्हाट्सएप ग्रुप एवं टेलीग्राम चैनल को अभी जॉइन कर ले

Join Whatsapp GroupClick Here
Join TelegramClick Here

अंतिम शब्द

General Science Notes ( सामान्य विज्ञान )Click Here
Ncert Notes Click Here
Upsc Study MaterialClick Here

हम आपके लिए Class 11 biology ncert solutions : मानव श्वसन तंत्र ( Respiratory System ) नोट्स ऐसे ही टॉपिक वाइज Notes उपलब्ध करवाते हैं ताकि किसी अध्याय को पढ़ने के साथ-साथ  आप हम से बनने वाले प्रश्नों के साथ प्रैक्टिस कर सके अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें