Indian Polity objective gk question आज की इस पोस्ट में हम आपको भारतीय राज्य व्यवस्था के वस्तुनिष्ठ प्रश्न उपलब्ध करवा रहे हैं जो पिछले कई सालों से पेपर में पूछे जा चुके हैं एवं आगामी सिविल सर्विस परीक्षा एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर है भारतीय राजव्यवस्था – Indian polity mcq (4) questions and answers in hindi | For Upsc prelims paper 1 अगर आप IAS/IPS एवं स्टेट पीसीएस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो प्रीलिम्स एग्जाम के लिए यह प्रश्न आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है सभी प्रश्नों के उत्तर के साथ आपको उसके नीचे व्याख्या सहित हल पढ़ने को मिलेगा
Indian polity m laxmikanth book questions and answers सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थी अगर भारतीय राजव्यवस्था वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उत्तर के साथ प्रैक्टिस करना चाहते हैं तो इस टेस्ट सीरीज के माध्यम से अपनी तैयारी को मजबूत कर सकते हैं आने वाले एग्जाम समय कहीं ना कहीं यह प्रश्न आपको जरूर मिलेंगे
भारतीय राजव्यवस्था – Indian polity mcq (4) questions and answers in hindi
Daily Current Affairs | Click Here |
Weekly Current Affairs Quiz | Click Here |
Monthly Current Affairs ( PDF ) | Click Here |
Indian Polity Mcq with answers in hindi | भारतीय राजव्यवस्था – Indian polity mcq (4)
31. राज्य सभा के गठन में प्रतिभा, अनुभव एवं सेवा को प्रतिनिधित्व देने में भारतीय संविधान निर्माता निम्नांकित उदाहरण से प्रभावित हुए थे-
(a) आइरिश गणतंत्र
(b) कनाडा
(c) संयुक्त राज्य अमेरिका
(d) ऑस्ट्रेलिया
उत्तर: (a)
- राज्य सभा के गठन में प्रतिभा, अनुभव एवं सेवा को प्रतिनिधित्व देने में भारतीय संविधान निर्माता आइरिश (आयरलैंड) गणतंत्र से प्रभावित हुए थे। इसका वर्णन भारतीय संविधान के भाग.5 के अनुच्छेद 80 (3) में किया जाता है।
32. निम्नलिखित में से कौन 1919 में दिल्ली में हुए अखिल भारतीय खिलाफत सम्मेलन का अध्यक्ष चुना गया था ?
(a) मोतीलाल नेहरू
(b) महात्मा गाँधी
(c) एम. ए. जिन्ना
(d) शौकत अली
उत्तर: (b)
- अखिल भारतीय ख़िलाफ़त कमेटी ने जमियतउल-उलेमा के सहयोग से ख़िलाफ़त आंदोलन का संगठन किया तथा मोहम्मद अली ने 1920 में ख़िलाफ़त घोषणापत्र प्रसारित किया। राष्ट्रीय आंदोलन का नेतृत्व गांधी जी ने ग्रहण किया। गांधी जी के प्रभाव से ख़िलाफ़त आंदोलन तथा असहयोग आंदोलन एकरूप हो गए। मई, 1920 तक ख़िलाफ़त कमेटी ने महात्मा गांधी की अहिंसात्मक असहयोग योजना का समर्थन किया।
33. भारत में ‘द्वैध शासन’ सर्वप्रथम निम्नलिखित में से किसके अधीन आरम्भ किया गया?
(a) मार्ले-मिन्टो सुधार
(b) चेम्सफोर्ड सुधार
(c) साइमन आयोग योजना
(d) भारत सरकार अधिनियम, 1935
उत्तरः (b)
- द्वैध शासन पद्धति संवैधानिक व्यवस्था का एक रूप थी । द्वैध शासन का सिद्धांत सबसे पहले अंग्रेज लियोनेल कर्टिस ने प्रतिपादित किया था, जो बहुत दिनों तक ‘राउण्ड टेबिल’ का सम्पादक रहा। बाद में यह सिद्धांत 1919 ई. के ‘भारतीय शासन विधान’ में लागू किया गया, जिसके अनुसार प्रान्तों में द्वैध शासन स्थापित हुआ।
34. निम्नलिखित में से कौन-सी भारत सरकार अधिनियम, 1919 की मुख्य विशेषता (एँ) थी/थीं?
- मुसलमानों के लिए पृथक् निर्वाचक मण्डल का प्रारम्भ
- केन्द्र द्वारा प्रान्तों को विधायी विधान मण्डलों का विस्तार तथा पुनर्गठन
- केन्द्रीय और प्रांतीय विधानमंडलों का विस्तार तथा पुनर्गठन नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :
कूटः
(a) केवल 2
(b) 1 केवल 3
(c) केवल 3
(d) 2 और 3
उत्तर : (d)
- युद्ध के बाद भारत की प्रशासनिक व्यवस्था में जो बदलाव लाये गए वे मोंटेंग्यु-चेम्सफोर्ड सुधार, जिसे भारत सरकार अधिनियम-1919 भी कहा जाता है, के परिणाम थे । इन सुधारों द्वारा केंद्रीय विधान-मंडल को द्विसदनीय बना दिया गया। इनमें से एक सदन को राज्य परिषद और दुसरे सदन को केंद्रीय विधान सभा कहा गया। दोनों सदनों में निर्वाचित सदस्यों का बहुमत था। केंद्रीय विधायिका की शक्तियों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया, सिवाय केंद्र में दो सदनों की स्थापना के । कार्यकारी परिषद के सदस्य, जो कि मंत्रियों के समान थे विधायिका के प्रति उत्तरदायी नहीं थे अर्थात वे सत्ता में बने रह सकते थे चाहे विधायिका के सदस्यों के बहुमत का समर्थन उन्हें प्राप्त हो या नहीं।
35. वर्ष 1950 में, भारत के संविधान ने भारत के राज्यों को A, B, C तथा D कोटि में विभाजित किया। इस संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा सही है?
(a) मुख्य आयुक्त कोटि A राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था। राजप्रमुख कोटि B राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था। राज्यपाल कोटि C तथा D राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था।
(b) राजप्रमुख कोटि A राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था। मुख्य आयुक्त कोटि B तथा C राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था। राज्यपाल कोटि D राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था।
(c) राज्यपाल कोटि A राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था । राजप्रमुख कोटि B राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था। मुख्य आयुक्त कोटि C तथा D राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था।
(d) राज्यपाल कोटि A राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था। मुख्य आयुक्त कोटि B राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था। राजप्रमुख कोटि C तथा D राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष था।
उत्तर : (c)
- स्वतंत्रता के उपरांत रियासतों के एकीकरण के दौरान भारत में राज्यों को ए, बी, सी, डी वर्गों में विभाजित किया गया था। ‘ए’ राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष राज्यपाल को बनाया गया तथा राज्य प्रमुख को कोटि ‘बी’ और कोटि ‘सी’ व ‘डी’ राज्यों का कार्यपालक अध्यक्ष मुख्य आयुक्त को बनाया गया था।
36. भारत की संविधान सभा, 1946 के प्रांतीय निर्वाचनों के आधार पर चुनी गयी थी । संविधान सभा से मुस्लिम लीग के निकल जाने के बाद यह पाया गया कि सभा के अधिकतम सदस्य कांग्रेस के भी सदस्य थे। उस परिस्थिति में, संविधान सभा को किस प्रकार एक अपेक्षाकृत अधिक बड़ा सामाजिक आधार दिया गया?
(a) विभिन्न अल्पसंख्यक समूहों से स्वतंत्र सदस्यों को मनोनीत करने के द्वारा
(b) विभिन्न जाति तथा धार्मिक समूहों से स्वतंत्र सदस्यों को मनोनीत करने के द्वारा
(c) भिन्न जाति, धार्मिक समूहों तथा महिलाओं के सवतंत्र सदस्यों को मनोनीत करने के द्वारा और देशी राज्यों से प्रतिनिधियों को शामिल करने और आम जनता से लिखित निवेदन मांगने के द्वारा भी
(d) देशी राज्यों से प्रतिनिधियों को शामिल करने और आम जनता से लिखित निवेदन माँगने के द्वारा
उत्तर : (c)
संविधान सभा का मुस्लिम लीग द्वारा बहिष्कार करने पर संविधान सभा को बड़ा सामाजिक आधार देने के लिए विभिन्न जाति धार्मिक समूह तथा महिलाओं के स्वतंत्र सदस्यों को मनोनीत करने के द्वारा और देशी राज्यों के प्रतिनिधि को शामिल करने का प्रयास किया गया तथा आम जनता से लिखित निवेदन भी मांगे गए।
37. भारत सरकार अधिनियम, 1935 में अन्तर्निहित ‘अनुदेश पत्र’ को वर्ष 1950 में भारत के संविधान में किस रूप में सन्निविष्ट किया गया है?
(a) मूल अधिकार
(b) राज्य के नीति निदेशक तत्त्व
(c) राज्य की कार्यपालिका शक्ति का विस्तार
(d) भारत सरकार का कार्य संचालन
उत्तर : (b)
- भारत सरकार अधिनियम 1935 में अंतर्निहित अनुदेश पत्र को वर्ष 1950 में भारत के संविधान में राज्य के नीति निर्देशक तत्व के रूप में समाविष्ट किया गया। वर्तमान में संविधान के भाग 4 में नीति निदेशक तत्व को शामिल किया गया है जो कि राज्य को प्राप्त निर्देश है। यह तत्व हमारे राज्य के कल्याणकारी चरित्र को भी प्रतिबिंबित करते हैं। इनके पीछे विधिक सत्य नहीं, बल्कि नैतिक बल निहित है।
38. 1919 के भारत सरकार अधिनियम ने –
- केन्द्र में द्विसदनीय विधानमंडल स्थापित किया
- प्रांतीय कार्यकारिणी में द्विशासन आरम्भ किया
- भारत में संघीय शासन प्रणाली को आरम्भ किया
नीचे दिये गये कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए ।
(a) केवल 1 और 3
(b) केवल 2 और 3
(c) 1, 2 और 3
(d) केवल 1 और 2
उत्तर: (d)
- भारत सरकार अधिनियम, 1919 यूनाइटेड किंगडम के संसद द्वारा पारित एक विधान था जिसे मांटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार के नाम से भी जाना जाता है। इसकी विशेषताएं इस प्रकार थीं
- केंद्र में द्विसदनात्मक विधायिका की स्थापना
- केंद्र में प्रत्यक्ष निर्वाचन व्यवस्था
- प्रांतों में द्वैध शासन प्रणाली की शुरुआत
- लोक सेवा आयोग का गठन किया गया
- पहली बार महिलाओं को (सीमित मात्रा में) मत देने का अधिकार
- केन्द्रीय बजट को राज्य के बजट से अलग किया गया
39. भारत के संविधान निर्माण के लिए बुलाई गई भारत की संविधान सभा ने गोपीनाथ बरदलै की अध्यक्षता में एक उप-समिति नियुक्त की। इस समिति द्वारा निम्नलिखित में से कौन-सी अनुशंसा / अनुशंसा दी गई / गईं?
- उत्तर-पूर्व सीमांत (असम) जनजाति और अपवर्जित क्षेत्र के लिए पाँचवीं अनुसूची
- असम के समस्त स्वायत्त जिलों में जिला परिषदों का गठन
- उत्तर-पूर्व सीमांत (असम) जनजाति और अपवर्जित क्षेत्र के लिए छठी अनुसूची
- उत्तर-पूर्व भारत में राज्य क्षेत्रों का सीमांकन
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए ।
(a) केवल 1
(b) 1, 2 और 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 4
उत्तर: (a)
- भारत के संविधान के निर्माण के लिए निर्मित भारत की संविधान सभा ने गोपीनाथ बोर्दोलोई की अध्यक्षता में एक उप समिति की नियुक्ति की थी। इस समिति द्वारा उत्तर पूर्व सीमांत असम जनजाति और अपवर्जित क्षेत्र के लिए पांचवीं अनुसूची की अनुशंसा की थी।
40. वर्ष 1939 में सभी प्रान्तों में भारतीय मंत्रियों द्वारा त्यागपत्र देने का निम्नलिखित में से कौन-सा कारण था ?
(a) राज्यपालों ने संवैधानिक प्रधान के रूप में कार्य करने से इंकार कर दिया था
(b) केन्द्र ने प्रान्तों को आवश्यक वित्तीय सहायता नहीं प्रदान की थी।
(c) द्वितीय विश्व युद्ध शुरू होने के कारण गवर्नर-जनरल ने भारतीय प्रशासन को संघीय से एकात्मक में परिवर्तित कर दिया था।
(d) प्रांतीय सरकारों की सहमति के बिना, भारत को द्वितीय विश्व युद्ध का पक्षकार घोषित कर दिया गया था
उत्तर : (d)
- भारतीयों की अनुमति के बिना तत्कालीन भारतीय वायसराय लार्ड लिनलिथगो ने यह घोषणा कर दी कि भारत भी जर्मनी के विरुद्ध ब्रिटेन के युद्ध में शामिल है। इसके विरोध में सभी प्रान्तों में भारतीय मंत्रियों द्वारा त्यागपत्र दे दिया गया था।
निवेदन : अगर आपको हमारी यह पोस्ट अच्छी लगी तो ऊपर दिए गए शेयर बटन ( Facebook, Twitter, G-mail, Telegram ) पर क्लिक करके अपने दोस्तों एवं अन्य ग्रुप में जरूर शेयर करें
Admin : Mission Upsc & Education
यह भी पढ़े
UPSC STUDY MATERIAL | CLICK HERE |
GENERAL SCIENCE NOTES | CLICK HERE |
NCERT E-BOOK/PDF | CLICK HERE |
YOJNA MONTHLY MAGAZINE | CLICK HERE |
अंतिम शब्द :
आपको हमारी यह भारतीय राजव्यवस्था – Indian polity mcq (4) questions and answers in hindi पोस्ट अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें एवं अगर आप किसी भी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और निशुल्क क्लास नोट्स अथवा हस्तलिखित नोट्स या महत्वपूर्ण प्रश्नों के साथ अपनी तैयारी को मजबूत करना चाहते हैं तो यह वेबसाइट आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगी यहां पर आपको सभी विषयों के नोट्स एवं प्रैक्टिस सेट,वन लाइनर एवं ऑब्जेक्टिव प्रश्न, पिछली परीक्षाओं के प्रश्न पत्र और भी बहुत कुछ निशुल्क मिलेगा
अगर आप हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ना चाहते हैं तो नीचे क्लिक हेयर पर क्लिक करके आप सीधे टेलीग्राम के माध्यम से हम से जुड़ सकते हैं
Join Telegram Group : Join Now
उम्मीद करता हूं आज की इस Indian polity ( भारतीय राजव्यवस्था ) Ias prelims objective questions and answers in hindi-1 पोस्ट में शामिल प्रश्न आपको अच्छे लगे होंगे अगर आप ऐसे प्रश्नों के साथ प्रैक्टिस जारी रखना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट पर रोजाना विजिट करते रहे आपको यहां नए-नए प्रश्न पढ़ने को मिलेंगे जिनसे आप अपनी तैयारी कई गुना ज्यादा बेहतर कर सकते हैं
Leave a Reply