इस पोस्ट में हम भारत की सबसे महत्वपूर्ण झीलें के बारे में जानने वाले हैं यह टॉपिक सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है इसलिए भारत की जितनी भी झीलें हैं उन सभी के बारे में आपको पता होना बहुत जरूरी है इसलिए हमने बिल्कुल शॉर्ट एवं आसान तरीके से इससे संबंधित नोट्स तैयार किए हैं ताकि आप कुछ ही समय में इस टॉपिक को अच्छे से क्लियर कर सके
भारत में वैसे तो बहुत सारी झीलें आपको देखने को मिलेगी लेकिन परीक्षा की दृष्टि से जो महत्वपूर्ण है हम उन्हीं के बारे में आपको बता रहे हैं
Most important lakes of India
वूलर झील – जम्मू-कश्मीर संघ राज्य क्षेत्र में स्थित भारत की मीठे पानी की सबसे बड़ी झील है। यह झेलम नदी पर निर्मित गोखुर झील का उदाहरण है।
डल झील – हिमानी निर्मित मीठे पानी की झील श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) में स्थित है। डल झील को श्रीनगर के आभूषण के नाम से भी जाना जाता है।
चो- ल्हामु झील – यह झील सिक्किम के उत्तरी भाग में स्थित भारत की सबसे ऊँची ( 18000 फीट ) झील है तीस्ता नदी का उद्गम यहीं से होता है।
रेणुका झील – हिमालय प्रदेश के सिरमौर जिले में स्थित मीठे पानी की झीलें हैं। यहाँ पर चिड़ियाघर एवं लायन सफारी पार्क स्थित है।
लोकटक झील – लोकटक झील (मणिपुर) पूर्वोत्तर भारत में मीठे पानी की सबसे बड़ी झील है। इस झील में कैबुल लामजाओ तैरता हुआ राष्ट्रीय पार्क है।
रूपकुण्ड झील – उत्तराखण्ड के मध्य हिमालय में स्थित मीठे पानी की प्राकृतिक झील है।
जयसमन्द झील – राजस्थान के उदयपुर में स्थित मीठे जल की झील है। यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी कृत्रिम झील है। इसका निर्माण 17वीं शताब्दी में उदयपुर के महाराणा जयसिंह ने करवाया।
भीमताल झील – यह झील उत्तराखण्ड के कुमायूँ क्षेत्र में स्थित मीठे पानी की झील है।
चिल्का झील – ओडिशा राज्य में स्थित भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है। यह झींगा मछली उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
सांभर झील – राजस्थान के जयपुर में स्थित यह खारे पानी की झील है।
कोल्लेरू झील – आन्ध्र प्रदेश में कृष्णा-गोदावरी डेल्टा के मध्य स्थित मीठे पानी की झील है
पुलिकट झील – यह झील आन्ध्र प्रदेश एवं तमिलनाडु की सीमा पर स्थित खारे पानी की लैगून झील है। इस झील का निर्माण समुद्र से बालू की भित्ति अलग होने से हुआ है। पूर्वी तट पर स्थित पुलिकट झील भारत की दूसरी सबसे बड़ी लैगून झील है। पुलिकट झील के जल का मुख्य स्रोत अरानी, कालंजी एवं स्वर्णमुखी नदियाँ हैं।
लोनार झील – महाराष्ट्र के बुलढाना जिले में स्थित एक खारे पानी की झील है। यह ज्वालामुखी/ उल्कापात द्वारा निर्मित झील है। यह एक क्रेटर झील है।
वेंबनाद झील – केरल तट पर स्थित खारे पानी की लैगून झील है। इसी झील में वेलिंगटन द्वीप स्थित है। भारत का सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग 966 B वेलिंगटन द्वीप से होकर गुजरता है।
अष्टमुदी झील – केरल के कोल्लम जिले में स्थित लैगून झील है। इसे रामसर समझौते द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्र भूमि घोषित किया गया है।
पचपदरा झील – राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित यह मानव निर्मित झील है, जहाँ पर प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को मेला लगता है।
पुष्कर झील – राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित यह मानव निर्मित झील है, जहाँ पर प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को मेला लगता है।
नक्की झील – राजस्थान के माउण्ट आबू में स्थित राजस्थान की सबसे ऊँची झील है। यहीं पर दत्तात्रेय ऋषि का आश्रम स्थित है।
नोट:- भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झील गोविन्द वल्लभ पन्त सागर है, जो रिहन्द नदी पर बनाए गए बाँध से बनी है।
हसैनसागर झील हैदराबाद व सिकंदराबाद के मध्य स्थित है।
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