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सामान्य विज्ञान एक ऐसा विषय है जिस से संबंधित प्रश्न लगभग सभी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं इसलिए आज हम आपको Class 11th Biology notes pdf : रुधिर परिसंचरण तंत्र ( Blood Circulatory System ) लेकर आए हैं जो सभी परीक्षाओं में आपको काम आएंगे ऐसे बहुत शायद ही आपको गूगल पर निशुल्क देखने को मिलेंगे हम आपके लिए ऐसे ही Bio Class 11 Ncert General Science विषय के के नोट्स टॉपिक अनुसार उपलब्ध करवाते रहेंगे

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Class 11th Biology notes pdf : रुधिर परिसंचरण तंत्र

● मनुष्य तथा उच्च जन्तुओं में शरीर के भीतर रुधिर के माध्यम से पदार्थों के परिवहन या परिसंचरण, (Circulation) हेतु एक तंत्र सुविकसित होता है। जिसे रुधिर परिसंचरण कहते हैं।

● इसमें एक केन्द्रीय पम्प अंग-हृदय (Heart) उपस्थित होता है और रुधिर वाहिनियाँ जिसके भीरत रुधिर निरंतर प्रवाहित होता रहता है।

रुधिर परिसंचरण तंत्र के प्रकार

खुला परिसंचरण तंत्र (Open Circulatory System)

इस तंत्र में रुधिर कुछ समय के लिए रुधिर नलिकाओं में उपस्थित रहता है और अंत में रुधिर नलिकाओं से खुले स्थान में आ जाता है। इसमें कम दाब व कम गति से बहता है। इसमें परिसंचरण कम समय में पूर्ण हो जाता है।

● यह तिलचट्‌टा, प्रॉन, कीट, मकड़ी आदि में पाया जाता है।

बंद परिसंचरण तंत्र [Closed Circulatory System]

इस तंत्र में रुधिर बंद नलिकाओं में बहता है। इसमें रुधिर अधिक दाब एवं अधिक गति से बहता है।

● इसमें ऊतक द्रव द्वारा पदार्थों का आदान-प्रदान होता है।

● यह सभी कशेरुकियों (Vertebrate) में पाया जाता है।

● मनुष्य में विकसित बन्द तथा दोहरा परिसंचरण तंत्र पाया जाता है।

● मनुष्य में रुधिर परिसंचरण तंत्र की खोज बिलियम होर्वे ने की थी।

● मनुष्य का रुधिर परिसंचरण तंत्र दो भागों से निर्मित है।

रुधिर दोहरा परिसंचरण तंत्र–इस तंत्र में निम्नलिखित को सम्मिलित

किया जाता है।

1. रुधिर[Blood] –यह तरल संयोजी ऊतक (Connective Tissue) है जिसमें रुधिर कणिकाएँ, प्लाज्मा, प्लाज्मा प्रोटीन आदि उपस्थित होते हैं।

2. हृदय–एक पेशीय अंग (A Muscular organ)

● मनुष्य का हृदय लम्बा व शंक्वाकार होता है यह पसलियों के नीचे और दोनों फेफड़ों के मध्य परन्तु थोड़ा बायीं (left) ओर स्थित होता है।

● हृदय चार कोष्ठों का बना होता है। इसके ऊपर की ओर बायाँ तथा दायाँ आलिंद (Left & Right Auricle) और नीचे की ओर बायाँ तथा दायाँ निलय (Left and Right Ventricle) होता है।

● ऑक्सीजन युक्त रुधिर फुफ्फुस (Pulmonary) से हृदय में बायीं ओर स्थित कोष्ठ (बायाँ आलिंद व निलय Left Auricle and Ventricle) में लाया जाता है।

● आलिन्द की अपेक्षा निलय (Ventricle) की पेशीय भित्ति (Muscular wall) मोटी होती है, क्योंकि निलय से पूरे शरीर में रुधिर जाता है।

● आलिन्द या निलय में संकुचन हों तो वॉल्व उल्टी दिशा में रुधिर प्रवाह को रोकते हैं।

● दोनों आलिन्दों (Auricles) के मध्य का एक पट या भित्ति होती है जिसे अर्न्तआलिन्दीय पट (Inter auricular septum) कहते है उसी प्रकार दोनों निलय के मध्य पट या भित्ति होती है जिसे अन्तर्निलयी पर (Inter Ventricular Septum) कहते हैं।

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हम आपके लिए Class 11th Biology notes pdf : रुधिर परिसंचरण तंत्र ( Blood Circulatory System ) ऐसे ही टॉपिक वाइज Notes उपलब्ध करवाते हैं ताकि किसी अध्याय को पढ़ने के साथ-साथ आप हम से बनने वाले प्रश्नों के साथ प्रैक्टिस कर सके अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें